वर्तमान समय में आधुनिक शिक्षा को बहुत ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। जिसके कारण प्रशिक्षित टीचर अधिकांश स्कूलों और इंस्टिट्यूट की पहली मांग होती है। स्कूली शिक्षा की बुनियाद भी नर्सरी क्लास से शुरू होती है जिसके बाद ही स्टूडेंट्स का हायर एजुकेशन की स्टडी के लिए आधार बनता हैं। अगर आपको भी एक टीचर बनना चाहते है और स्कूल और शिक्षण संस्थानों में नर्सरी के बच्चों को पढ़ाना चाहते है तो NTT नर्सरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स आपके लिए सबसे उपयुक्त कोर्स है। यह कोर्स सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानं में प्री. प्राइमरी स्तर केस्टूडेंट्स को शिक्षण प्रदान करने हेतु किया जाता है।
- कोर्स - NTT
- NTT Full Form - नर्सरी टीचर ट्रेनिंग
- कोर्स ड्यूरेशन - 2 वर्ष
- कोर्स एलिजिबिलिटी - डिप्लोमा
- प्रवेश प्रक्रिया - मेरिट/ एंट्रेंस एग्जाम
- शीर्ष नौकरी की संभावनाएं - स्कूल टीचर, चाइल्ड कॉउंसलर, होम ट्यूटर, प्री-प्राइमरी मैनेजर और प्री-प्राइमरी
NTT कोर्स क्या है?
NTT का फुल फॉर्म ‘नर्सरी टीचर ट्रेनिंग’ कोर्स होता है। यह एक वर्ष का डिप्लोमा कोर्स है, जिसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूलों व इंस्टिट्यूट में नर्सरी के बच्चों को पढ़ाने के लिए यह कोर्स किया जाता है। इस कोर्स को 12वीं क्लास के बाद आसानी से किया जा सकता है। इस कोर्स में स्टूडेंट्स को चाइल्ड केयर एंड हेल्थ, बेसिक ऑफ द प्री-प्राइमरी एजुकेशन और टीचिंग मेथाडोलॉजी जैसे विषय पढ़ाये जाते हैं। इसके साथ ही उन्हें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती हैं, जिसके माध्यम से वह प्राइमरी क्लास के बच्चों को पढ़ाने में सक्षम होते हैं।
NTT कोर्स क्यों करें?
अगर आप एक टीचर बनाना चाहते है और बाल शिक्षा विभाग में पढ़ाना चाहते है तो NTT कोर्स एक अच्छा विकल्प है। क्योंकि 6th से 10th क्लास को पढ़ाने के लिए B.ed करना अनिवार्य होता है। लेकिन NTT कम ड्यूरेशन का कोर्स है जिसके लिए कैंडिडेट्स को गेजुएशन करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके साथ ही भारत में आधुनिक शिक्षा को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके कारण युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सी नौकरियां आसानी से मिल जाती हैं।
NTT कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, स्टूडेंट्स के पास अपना आगे का करियर सिलेक्ट करने के लिए विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है। वे नर्सरी शिक्षक, होम ट्यूटर, प्री-प्राइमरी मैनेजर, प्री-प्राइमरी शिक्षक आदि के रूप में आसानी से कार्य करने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ही NTT का सिलेबस उन स्टूडेंट्स की सहायता करता है जो प्रीस्कूलर में पढ़ाना चाहते हैं और भविष्य में हायर सेकेंडरी क्लास का टीचर बनना चाहते हैं।
NTT कोर्स के लिए आवश्यक स्किल्स
आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित टीचर्स की आवश्यकता हमेशा होती हैं, लेकिन शिक्षण के क्षेत्र में स्टूडेंट्स के पास बहुत सी आवश्यक स्किल्स होना जरुरी है। जिनके बारे में नीचे बताया गया हैं-
- शिक्षण में रूचि
- अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स
- ऊर्जा और उत्साह
- बाल मनोविज्ञान की समझ
- टीम वर्क में कार्य करने की क्षमता
- NTT कोर्स सिलेबस
यहां एक वर्ष के NTT कोर्स में पढ़ाये जाने वाले सिलेबस के बारे में संक्षिप्त में बताया जा रहा है, जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-
- चाइल्ड केयर एंड हेल्थ
- बेसिक ऑफ द प्री-प्राइमरी एजुकेशन
- चाइल्ड साइकोलॉजी
- टीचिंग मेथाडोलॉजी
- हिस्ट्री एंड फिलॉसोफी ऑफ प्री-प्राइमरी एजुकेशन
- नुट्रिशन
- प्रैक्टिकल: वाइवा वॉइस
- प्रैक्टिकल: आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स
NTT कोर्स के लिए योग्यता
NTT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को 12वीं क्लास में 45% मार्क्स होना कम्पलसरी होता है। कुछ इंस्टिट्यूट में NTT कोर्स के लिए मेरिट के आधार पर एडमिशन दिया जाता है जिसमें स्टूडेंट्स को अच्छे मार्क्स के साथ 12th कंप्लीट करना जरुरी होता हैं।
NTT कोर्स के लिए यूनिवर्सिटी और इंस्टिट्यूट अपने लेवल के माध्यम से एग्जाम कंडक्ट करती है। NTT कोर्स के लिए नेशनल लेवल का एग्जाम कंडक्ट नहीं किया जाता।
NTT करने के लिए क्या योग्यता चाहिए?
- NTT का कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट को 12वीं क्लास में 45% प्रतिशत मार्क्स से पास होना अनिवार्य होता है।
- आपकी 10वीं या 12वीं की परीक्षा की मार्कशीट और पासिंग सर्टिफिकेट
- डेट ऑफ बर्थ का प्रूफ
- डोमिसाइल सर्टिफकेट/रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट/आधार कार्ड
- छात्र/छात्रा का फोटो
- छात्र छात्रा का हस्ताक्षर
NTT कोर्स के बाद करियर स्कोप
- NTT कोर्स के बाद आप इन प्रमुख क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं-
- NTT कोर्स के बाद सरकारी या प्राइवेट स्कूल में टीचर बन सकते हैं।
- आप अपना प्राइवेट नर्सरी स्कूल या प्री प्राइमरी स्कूल खोल सकते हैं।
- बच्चों के लिए कार्य कर रहे NGO के साथ काम कर सकते हैं।
- आंगनबाड़ी में नौकरी कर सकते हैं।
- बच्चों का प्लेस्कूल खोल सकते हैं।
- स्वयं का NGO भी खोल सकते हैं।
NTT कोर्स के बाद नौकरी के क्षेत्र
- सरकारी स्कूल
- प्राइवेट स्कूल
- एजुकेशन इंस्टिट्यूट
- प्लेस्कूल
- NGO
- होम ट्यूटर
NTT कोर्स के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
जॉब प्रोफाइल्स औसतन सालाना सैलरी (INR)
- स्कूल टीचर - 3 लाख से 5 लाख
- चिल्ड्रन काउंसलर - 3 लाख से 7 लाख
- सोशल वर्कर - 3 लाख से 5 लाख
- कम्युनिटी वर्कर - 3 लाख से 5.5 लाख
- कंटेंट राइटर - 3 लाख से 7 लाख
नर्सरी टीचर ट्रेनिंग के क्या लाभ है?
NTT कोर्स की बात की जाए तो एनटीटी का फुल फॉर्म ‘नर्सरी टीचर ट्रेनिंग’ होता है जिसे 1 वर्ष में पूरा कराया जाता है जिसे करने के बाद आप आसानी से नर्सरी क्लास के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप आसानी से प्राइवेट या सरकारी टीचर बन सकते हैं या प्राइवेट या सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ा सकते हैं।
क्या एनटीटी के बाद नौकरी मिल सकती है?
NTT कोर्स पूरा करने के बाद, छात्रों के पास चयन करने के लिए करियर विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है। वे नर्सरी टीचर, होम ट्यूटर, प्री-प्राइमरी मैनेजर, प्री-प्राइमरी टीचर आदि के रूप में काम करने में सक्षम हैं।
एनटीटी कोर्स करने से क्या होता है?
एनटीटी कोर्स के बाद आप भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल और इंस्टिट्यूट में 1 से 6 क्लास तक के बच्चों को पढ़ा सकते हैं।
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